मेष राशि (चू , चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)

व्यवसाए :

वर्ष 2016 के पूर्वाध्द में भाग्येश गुरु आपके भाग्य को बल प्रदान कर रहे है । अतः इस वर्ष मेहनत और लगन से किये गए कार्यो में सफलता की प्राप्ति होगी । वर्षात 2016 में स्थिति आपके पक्ष में आजायेगी । अगस्त माह के मध्य से गुरु अपनी राशि परिवर्तन कर आपके रोग (षष्ठ) भाव में गोचर करेंगे । गुरु का गोचर आजीविका, विदेश यात्रा, संचित धन के पक्ष से शुभ फलकारी रहगी । वर्ष 2017 के प्रारम्भ में शनि धनु रही में प्रवेश कर आपकी आय, पुरुषार्थ और रोगों में वृद्धि करेंगे । शनि की यह स्थिति आपकी आय की गति को मंद और दीर्घकालीन बना सकती है साथ ही इसके फलस्वरूप आपकी आय का विस्तार भी हो सकता है ।

धन संपत्ति :

वर्ष 2016 आपके पुरुषार्थ भाव में वृद्धि करेगा । आप अपनी कर्मठता से अपने लक्ष्यों प्राप्त करने में सफल रहेंगे । शनि आपके कार्य भार व दायित्वों में वृद्धि कर रहा है परन्तु 2017 पूर्वाध्द में स्थिति बेहतर हो जाएगी । उच्चाधिकारियों और अधीनस्थों से सम्बन्ध प्रभावित हो सकते है । सप्तम भाव से मंगल दशम भाव से सम्बन्ध बना रहे है ऐसे में आर्थिक जीवन का सीधा सम्बन्ध परिश्र्म, पराक्रम और साहस से बन रहा है । व्यापारिक समझौते करने लाभकारी रहेंगे ।

घर -परिवार समाज :

साल 2016 आपके दाम्पत्य जीवन में सामान्य उतार - चढाव की स्थिति उत्पन कर सकता है । पारिवारिक विषयों को लेकर चिंताएं सिर उठा सकती है । 2016 में संतान सुख में दिक्कते आ सकती है । घर परिवार में कोई शुभ घटना घटिक हो सकती है । इस योग मकि शुभता से परिवार में स्नेह - सहयोग का संचार होगा ।

स्वास्थ्य :

शनि अष्टम भाव में हड्डियों, जोड़ो का दर्द और पुराने रोगों की वापसी करा सकता है । द्वादश भाव से गुरु का दृष्टि सम्बन्ध आपके निंद्रा रोगों का निराकरण कर रहा है । इसके फलस्वरूप इस अवधि में शुभ कार्यो पर आपके व्यय बढ़ सकते है । 2016 वर्ष में गुरु का गोचर स्वास्थ्य विषयों पर व्यय करा सकता है ।

करियर एवं प्रतियोगी परीक्षा :

वर्ष के शुरू में राहु पंचम भाव और केतु एकादश भाव पर बने रहेंगे । यह आय पर आपका प्रभाव बढ़ायेगा व शिक्षा में बाधाये । आर्थिक पक्ष हेतु यह योग लाभकारी रहेगा । तकनीकी विषयों, औषधि क्षेत्र, कंप्यूटर साइंस, सिविल सर्विसेज से जुड़े लोगो को सफलता मिलेगी ।

यात्रा तबादला :

वर्ष के पूर्वाध्द में विदेश गमन के कार्यक्रम बाधित हो सकता है । अगस्त माह से शुरू आपके षष्ठ भाव से विदेश भाव को दृष्टि देकर, इन बाधाओं को दूर कर रहा है । कार्यक्षेत्र से जुड़े कार्यों हेतु आपके विदेश जाने के योग बन सकते है ।

धर्म कार्य एवं गृह शान्ति :

स्वास्थ्य लाभ के लिए महामृत्युंजय यन्त्र की स्थापना कराना भी श्रेयष्कर रहेगा व रोगमुक्ति हेतु 7 मुखी रुद्राक्ष धारण किया जा सकता है । आपको स्वास्थ्य वृद्धि के लिए मूंगा धारण करना चाहिए ।